● मूल्य : 100 रुपये, पृष्ठ : 218
।। इस अंक में ।।
अपनी बात : जाबिर हुसेन
कथा : नीला प्रसाद, रामधारी सिंह दिवाकर, रामसरूप अवाखी
उपन्यास अंश : हरिराम मीणा
कविता : नाज़िक-अल-मलायका ( अनुवाद : नासिरा शर्मा ), राजेन्द्र उपाध्याय, रंजना श्रीवास्तव, प्रभात सरसिज, केशव शरण, राज्यवर्द्धन, राजकिशोर राजन, कुमार विजय गुप्त, मनोज मोहन
दरीचा : चक्रवर्ती अशोक प्रियदर्शी
आलेख : राजी सेठ, मधुरेश, तरसेम गुजराल
समीक्षा : अजित कुमार, किरण अग्रवाल, श्यामसुन्दर घोष, शंभु गुप्त, मनोज मोहन, शहंशाह आलम, अरुण अभिषेक ।